कक्षा - 9वीं

विषय - इतिहास  

पाठ - 

फ्रांसीसी क्रांति  (NCERT Solutions)

1. फ्रांस में क्रांति की शुरुआत किन परिस्थितियों में हुई ?

उत्तर - फ्रांस में क्रांति की शुरुआत निम्नलिखित परिस्थितियों में हुई :

1. लंबे समय तक चले युद्धों के कारण फ्रांस के वित्तीय संसाधन नष्ट हो चुके थे और अपने नियमित ख़र्चों जैसे- सेना के रख-रखाव, राजदरबार, सरकारी कार्यालयों या विश्वविद्यालय को चलाने के लिए फ्रांसीसी सरकार ने करों में वृद्धि कर दी | 

2. फ्रांसीसी समाज तीन एस्टेट्स में बँटा हुआ था और केवल तीसरे एस्टेट्स के लोग ही कर अदा करते थे |प्रथम(पादरी) और द्वितीय एस्टेट (कुलीन) को करों से छूट प्राप्त थी | 

3. फ़्रांस  की बढ़ती जनसंख्या की माँग को पूरा करना मुश्किल था जिससे जीविका संकट पैदा हो गया |

4. नए सामाजिक समूह ने जन्म पर आधारित विशेषाधिकारों का खंडन किया और माना कि किसी भी व्यक्ति की सामाजिक हैसियत का आधार उसकी योग्यता होनी चाहिए | 

2. फ़्रांसीसी समाज के किन तबकों को क्रांति का फायदा मिला ? कौन से समूह सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर हो गए? क्रांति के नतीजों से समाज के किन समूहों को निराशा हुई होगी?

उत्तर - फ्रांसीसी समाज के तृतीय एस्टेट के लोगों को क्रांति का लाभ हुआ वहीं  प्रथम दो एस्टेट्स पादरी और कुलीन वर्ग सत्ता छोड़ने को मजबूर हो गए | समाज के गरीब तबके और महिलाओं को क्रांति से निराशा हुई | 

3. उन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ्रांसीसी क्रांति कौन-सी विरासत छोड़ गई? 

उत्तर - स्वतंत्रता और जनवादी अधिकार के विचार फ्रांसीसी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण विरासत थे | ये विचार फ़्रांस से निकलकर बाकी यूरोप में भी फैले इनके कारण वहाँ सामंती व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया | औपनिवेशिक समाज संप्रभु राष्ट्र की स्थापना के लिए प्रेरित हुए वहीं लोकतंत्र को शासन के पसंदीदा तरीके के रूप में स्वीकार किया गया | 

4. उन जनवादी अधिकारों की सूची बनाएँ जो आज हमें मिले हुए हैं और जिनका उद्गम फ्रांसीसी क्रांति में है | 

उत्तर - वे जनवादी अधिकार निम्नलिखित हैं जिनका उद्गम फ्रांसीसी क्रांति में है :

  1. स्वतंत्रता का अधिकार 
  2. सुरक्षा एवं शोषण के प्रतिरोध का अधिकार
  3. संपत्ति का अधिकार 
  4. विचार एवं अभिव्यक्ति की स्वंत्रता 

 5. क्या आप इस तर्क से सहमत हैं कि सार्वभौमिक अधिकारों के संदेश में नाना अंतर्विरोध थे?

उत्तर - हाँ, सार्वभौमिक अधिकारों के संदेश में नाना अंतर्विरोध थे क्योंकि महिलाओं को बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा गया था | फ्रांसीसी समाज के सभी नागरिकों को मतदान का अधिकार नहीं था केवल ऐसे पुरुषों को ही मत देने का अधिकार था जो कम से कम तीन दिन की मजदूरी के बराबर कर चुकाते थे | 

6. नेपोलियन के उदय को कैसे समझा जा  सकता है ?

उत्तर - फ़्रांस के गणतंत्र बनने के बाद तत्कालीन शासक रोब्बेस्पेयर ने नियंत्रण एवं दंड की नीति अपनाई | रोब्बेस्पेयर के शासन के समाप्त होने के बाद डिरेक्ट्री को नियुक्त किया गया | डिरेक्टरों के लगातार झगड़ों ने राजनीतिक अस्थिरता  को जन्म दिया | इस राजनीतिक अस्थिरता से सैनिक तानाशाह नेपोलियन बोनापार्ट के उदय का मार्ग प्रशस्त हुआ |